
चांडाल योग दोष निवारण
चांडाल योग एक अशुभ ज्योतिषीय योग होता है, जो तब बनता है जब गुरु (बृहस्पति) ग्रह की युति राहु या केतु के साथ हो जाती है। इसे “गुरु चांडाल योग” कहा जाता है और यह व्यक्ति के बुद्धि, निर्णय क्षमता, सामाजिक प्रतिष्ठा और आध्यात्मिक उन्नति को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
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🔥 चांडाल योग दोष क्या है?
चांडाल योग एक अशुभ ज्योतिषीय योग होता है, जो तब बनता है जब गुरु (बृहस्पति) ग्रह की युति राहु या केतु के साथ हो जाती है। इसे “गुरु चांडाल योग” कहा जाता है और यह व्यक्ति के बुद्धि, निर्णय क्षमता, सामाजिक प्रतिष्ठा और आध्यात्मिक उन्नति को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
इस योग के कारण व्यक्ति के जीवन में:
- झूठ, भ्रम, धोखा या गलत संगति
- आध्यात्मिक मार्ग से भटकाव
- करियर और शिक्षा में रुकावट
- विवाह और संबंधों में अशांति
- मान-सम्मान में गिरावट देखने को मिलती है।
🕉️ चांडाल योग दोष निवारण यज्ञ क्या है?
चांडाल योग दोष यज्ञ एक वैदिक अनुष्ठान है जो गुरु, राहु और केतु को शांत करने के लिए किया जाता है। इसमें निम्न प्रक्रियाएं होती हैं:
- बृहस्पति और राहु/केतु बीज मंत्रों का जाप
- हवन में विशेष आहुतियाँ
- दोष शांति के लिए ब्राह्मणों को दान व भोजन
- आध्यात्मिक शुद्धिकरण के लिए ध्यान और पूजा
🌟 चांडाल योग दोष यज्ञ के लाभ
-
बुद्धि और निर्णय क्षमता में सुधार
– भ्रम, असमंजस और गलत निर्णय की प्रवृत्ति दूर होती है। -
गुरु और राहु-केतु के दोषों का शमन
– ज्योतिषीय प्रभावों को संतुलित करता है। -
आध्यात्मिक और नैतिक उन्नति
– व्यक्ति धर्म, संयम और सदाचरण की ओर लौटता है। -
शिक्षा, करियर और व्यवसाय में प्रगति
– रुकावटें दूर होती हैं और नए अवसर मिलते हैं। -
रिश्तों और सामाजिक जीवन में सुधार
– विवाह, मित्रता और समाज में सम्मान बढ़ता है। -
नकारात्मक ऊर्जा और बुरी संगति से रक्षा
– साधक के जीवन से भ्रम, भ्रमित मार्गदर्शन और बुरा संग साथ दूर होता है।
🙏 निष्कर्ष:
यदि कुंडली में चांडाल योग बना है, तो यह आपके जीवन की प्रगति, सोचने की शक्ति और सम्मान को प्रभावित कर सकता है। चांडाल योग दोष यज्ञ इस प्रभाव को कम कर जीवन को सकारात्मक दिशा देता है।