Skip to Content


लघुरुद्र होमात्मक अनुष्ठान एक अत्यंत शक्तिशाली वैदिक यज्ञ है, जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह यज्ञ श्री रुद्राध्याय (Rudri) के 11 आवृत्तियों के साथ अग्नि में आहुति (हवन) के माध्यम से सम्पन्न होता है। जब रुद्रपाठ को अग्नि में आहुति देकर संपन्न किया जाए, तो उसे "होमात्मक लघुरुद्र" कहा जाता है।

Book Now

🕉️ लघुरुद्र होमात्मक क्या है?

लघुरुद्र होमात्मक अनुष्ठान एक अत्यंत शक्तिशाली वैदिक यज्ञ है, जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह यज्ञ श्री रुद्राध्याय (Rudri) के 11 आवृत्तियों के साथ अग्नि में आहुति (हवन) के माध्यम से सम्पन्न होता है। जब रुद्रपाठ को अग्नि में आहुति देकर संपन्न किया जाए, तो उसे "होमात्मक लघुरुद्र" कहा जाता है।

यह अनुष्ठान विशेष रूप से शांति, स्वास्थ्य, समृद्धि और मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाता है।

🔥 "होमात्मक" का अर्थ:

"होमात्मक" का अर्थ है कि इसमें हवन (होम) के द्वारा यज्ञ किया जाता है — यानी वैदिक मंत्रों के साथ अग्नि में आहुति दी जाती है। लघुरुद्र के मंत्रों की अग्नि में आहुति देना इस अनुष्ठान को और अधिक शक्तिशाली बनाता है।

✅ लघुरुद्र होमात्मक के लाभ:

  1. शिव कृपा और आत्मिक शुद्धि
    – भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, मन और आत्मा की शुद्धि होती है।
  2. ग्रह दोष एवं पितृ दोष से मुक्ति
    – शनि, राहु, केतु, या पितृ दोष जैसे प्रभाव कम होते हैं।
  3. मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति
    – चिंता, भय, तनाव आदि समाप्त होते हैं और साधना में सफलता मिलती है।
  4. दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य
    – गंभीर बीमारियों से मुक्ति और रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि।
  5. आर्थिक समृद्धि और व्यवसाय में वृद्धि
    – व्यापार या नौकरी में अड़चनें दूर होती हैं और आय में वृद्धि होती है।
  6. परिवार में सुख-शांति
    – पारिवारिक कलह समाप्त होकर सौहार्द और प्रेम बढ़ता है।
  7. संकटों और शत्रुओं से रक्षा
    – अचानक आने वाली बाधाएं, दुर्घटनाएं, या शत्रु-दोष शांत होते हैं।

📅 कब करवाना चाहिए?

  • श्रावण मास, महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत, जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ, नए व्यापार की शुरुआत, गृह प्रवेश, या विशेष संकट के समय यह यज्ञ करवाना अत्यंत फलदायी होता है।